रचनात्मक लेखन » विज्ञापन लेखन

विज्ञापन

 

विज्ञापन शब्द वि + ज्ञापन दो शब्दों से मिलकर बनता है । ‘वि’ का अर्थ होता है ‘विशेष’ और ‘ज्ञापन’ का अर्थ होता है ‘सार्वजनिक सूचना’। अन्य शब्दों में किसी उत्पाद अथवा सेवा को बेचने के उद्देश्य से किया जाने वाला जनसंचार, विज्ञापन कहलाता है।

विज्ञापन के प्रकार

(क) राष्ट्रीय विज्ञापन

किसी उत्पाद या सेवा का राष्ट्रीय स्तर पर विज्ञापन ही राष्ट्रीय विज्ञापन हैं। एक ही वस्तु को अलग-अलग कंपनियाँ उत्पादित करती हैं। हर कंपनी को अपने ब्रांड को श्रेष्ठ बताने के लिए इस तरह के विज्ञापन का सहारा लेना पड़ता है। सौन्दर्य प्रसाधन, घरेलू उपकरण,  सेवाएं आदि ऐसे अनेक विषय है जिनका विज्ञापन राष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है। भाषायी विविधता होने के कारण भारत में राष्ट्रीय विज्ञापन एक से अधिक भाषाओं में तैयार किए जाते हैं। इनका प्रसारण राष्ट्रीय पत्र, रेडियो, टीवी, केबल नेटवर्क, इंटरनेट आदि के माध्यम से होता है।

(ख) स्थानीय विज्ञापन

इन विज्ञापनों का प्रसार क्षेत्र अपेक्षाकृत बहुत छोटा होता है और ये स्थानीय स्तर पर उत्पाद या सेवा की बिक्री बढ़ाने में काम आते हैं। इनमें लुभावनी छूट, ईनामी योजनाओं का जिक्र होता है। इसमें स्थानीय उत्पादक के लोकप्रिय उत्पादक या आम जरूरत की चीजों का विवरण होता है। इनका प्रसारण स्थानीय पत्र, रेडियो, टीवी, केबल नेटवर्क, बैनर, पोस्टर, स्लाइड आदि के द्वारा होता है।

(ग) वर्गीकृत विज्ञापन

वर्गीकृत विज्ञापन मुख्य रूप से व्यक्तिगत, पारिवारिक, स्थानीय आवश्यकताओं और सूचनाओं पर आधारित होते हैं। इनके लिए समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में शीर्षक, पृष्ठ और स्थान निश्चित होता  हैं। वर्गीकृत विज्ञापनों का उद्देश्य उपभोक्ता को आकृष्ट करना नहीं होता बल्कि उपभोक्ता अपनी जरूरत के मुताबिक स्वयं ही इन विज्ञापनों में अपने उपयोग की चीज ढूंढ़ लेता है। वर्गीकृत विज्ञापन के कुछ शीर्षक है- खरीदना, बेचना, जरूरत है, किराए के लिए खाली, रोजगार, शैक्षणिक, वैवाहिक और खोया-पाया आदि। इनका मूल्य काफी कम होता है। प्राय: इनमें संक्षिप्त रूप से तीन चार लाइनों में पूरी बात कह दी जाती है। इनमें  प्रतीक चिन्हों, चित्रों, सजावटी अक्षरों या मोटे बार्डर आदि का प्रयोग नहीं होता है। 

(घ) सूचनाप्रद विज्ञापन

इन विज्ञापनों का उद्ददेश्य जन-साधारण को शिक्षित करना, जीवनस्तर ऊँचा करना, सांस्कृतिक, बौद्धिक तथा आध्यात्मिक उन्नति करने का भाव निहित होता है। सामुदायिक विकास सुधार, अंतर्राष्ट्रीय सद्भाव, वन्य प्राणी रक्षा, यातायात सुरक्षा आदि क्षेत्रों में जन-साधारण की भलाई के उद्देश्य से सूचना प्रदान कर जागरूकता उत्पन्न करता है।
 

(ङ) जनकल्याण संबंधी विज्ञापन

लोगों को किसी समस्या के प्रति जागरूक करने के लिए जनकल्याण संबंधी विज्ञापनों का प्रयोग किया जाता है। ये प्रायः सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं की ओर से जारी किए जाते हैं। इन विज्ञापनों के कुछ शीर्षक है- पोलियो अभियान, प्रदूषण की समस्या, शिक्षा की समस्या, कन्या भ्रूण हत्या समस्या आदि।

(च) औद्योगिक विज्ञापन

औद्योगिक विज्ञापनों का निर्माण कच्चा माल, तैयार उपकरण आदि के विक्रय के उद्देश्य से किया जाता है। इस प्रकार के विज्ञापनों का प्रमुख उद्देश्य सामान्य व्यक्ति को आकर्षित करना नहीं होता है। इस प्रकार के विज्ञापन प्रमुख रूप से औद्योगिक प्रक्रियाओं में प्रमुखता से प्रकाशित किये जाते है।

अच्छे विज्ञापन की विशेषताएँ

(1) विज्ञापन प्रभावशाली व आकर्षक होना चाहिए।
(2) कम से कम शब्दों में अधिक समझाने वाला होना चाहिए।
(3) कोई पंक्ति ऐसी लिखनी चाहिए जो ‘स्लोगन’ की तरह हो और ध्यान आकर्षित करके याद रह जाने वाली हो।
(4) उसमें किसी ‘चित्र’ या ‘रेखाचित्र’ का प्रयोग करना चाहिए।
(5) विज्ञापन विषय की विशेषताओं/महत्त्व को बताने वाला होना चाहिए।
(6) विज्ञापन को बॉक्स में ही प्रस्तुत करना चाहिए
(7) विज्ञापन को प्रभावशाली बनाने के लिए रंगीन रंगों का प्रयोग भी किया जा सकता है।

विज्ञापन के कार्य

1. नवीन वस्तुओं और सेवाओं की सूचना देना।
2. किसी वस्तु की उपयोगिता एवं श्रेष्ठता बताते हुए उसकी ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना।
3. उपभोक्ताओं में वस्तु के प्रति रुचि तथा विश्वास उत्पन्न करना।
4. उपभोक्ताओं की स्मृति को प्रभावित करना।
5. विशेष छूट आदि की जानकारी देते हुए उपभोक्ता-माँग में वृद्धि करना।
6. वस्तु को स्वीकार करने, अपनाने और उसे खरीदने की प्रेरणा देना।
7. विज्ञापन अन्य उत्पाद कम्पनियों के उत्पादनों की तुलनात्मक जानकारी देता है।
8. बाजार में उत्पाद कम्पनियों को स्थिरता प्रदान करता है।

विज्ञापन के उदाहरण

1) रिक्त स्थान के लिए विज्ञापन
संत माइकल स्कूल, दीघा रोड, पटना के लिए गणित, हिन्दी एवं कम्प्यूटर शिक्षकों की आवश्यकता है। योग्यता कम-से-कम ऑनर्स द्वितीय श्रेणी तथा दो वर्षों का अनुभव होना चाहिए। प्रशिक्षितों को प्राथमिकता/वेतनमान आकर्षक/ प्राचार्य के पास 1 अप्रैल, 2017 तक प्रार्थना-पत्र भेजें।

(2) ट्यूशन के लिए विज्ञापन
प्रथम श्रेणी अंग्रेजी एम० ए०, मैट्रिक से इंटरमीडिएट तक अंग्रेजी एवं गणित पढ़नेवाले ट्यूशन-इच्छुक छात्र-छात्रा इस पते पर सम्पर्क करें- विश्वनाथन, 30, टैगोर रोड, कोलकाता।

(3) विद्यालय की ओर से छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को दी गई सूचना।
सूचना- 10 मई, 2017
सभी छात्र-छात्राओं, शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को सूचित किया जाता है कि दिनांक 1 जून, 2017 से 30 जून, 2017 तक ग्रीष्मावकाश रहेगा। पुनः दिनांक 1 जुलाई, 2017 से पठन-पाठन का कार्यक्रम पूर्ववत् चलेगा।

(4) क्रिकेट मैच की सूचना
सर्वसामान्य को सूचित किया जाता है कि दिनांक 24 फरवरी, 2017 को 9 बजे से रेनबो स्टेडियम में पटना और नालन्दा क्रिकेट टीमों के बीच प्रतियोगिता होगी, जिसमें मुख्य अतिथि सचिन तेंदुलकर और विशिष्ट अतिथि महेन्द्र सिंह धोनी होंगे। क्रिकेट-प्रेमियों से निवेदन है कि वे अधिक-से-अधिक संख्या में भाग लेकर इस क्रिकेट-प्रतियोगिता का आनंद लें। इस प्रदर्शन के लिए 25, 40 और 50 रुपये प्रति व्यक्ति टिकट निश्चित किया गया है।

20 फरवरी, 2017

सौरभ कुमार
सचिव, जिला क्रिकेट एसोशियेसन

Share with your friends

[DISPLAY_ULTIMATE_SOCIAL_ICONS]

1 Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *