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यह सबसे कठिन समय नहीं (कविता का अर्थ)
नहीं, यह सबसे कठिन समय नहीं!
अभी भी दबा है चिड़िया की
चोंच में तिनका
और वह उड़ने की तैयारी में है!
अभी भी झरती हुई पत्ती
थामने को बैठा है हाथ एक
अभी भी भीड़ है स्टेशन पर
अभी भी एक रेलगाड़ी जाती है
गंतव्य तक
जहाँ कोई कर रहा होगा प्रतीक्षा
शब्दार्थ : थामने – पकड़ने। गंतव्य – पहुँचने का स्थान। प्रतीक्षा – इंतजार।
भावार्थ : इन पंक्तियों में मन से निराश व्यक्ति को उम्मीद का दिया दिखा रही है। कवयित्री कवयित्री के अनुसार, भले ही हर तरफ अविश्वास का अंधकार छाया है लेकिन अभी भी उनके मन में आशा की किरणें चमक रही हैं। वो कहती हैं कि ये सबसे बुरा वक्त नहीं है। जब तक चिड़िया अपना घोंसला बुनने के लिए तिनके जमा कर रही है। जब तक वृक्ष से गिरती पत्ती को थामने के लिए कोई न कोई हाथ अभी मौजूद है। अभी भी अपनी मंज़िल तक पहुंचने का इंतज़ार कर रहे यात्रियों को उनकी मंज़िल तक ले जाने वाली गाड़ी आती है।
अभी भी कहता है कोई किसी को
जल्दी आ जाओ कि अब
सूरज डूबने का वक्त हो गया
अभी कहा जाता है
उस कथा का आखिरी हिस्सा
जो बूढ़ी नानी सुना रही सदियों से
दुनिया के तमाम बच्चों को
अभी आती है एक बस
अंतरिक्ष के पार की दुनिया से
लाएगी बचे हुए लोगों की खबर!
नहीं, यह सबसे कठिन समय नहीं।
शब्दार्थ : वक्त – समय। तमाम – सभी।
भावार्थ : कवयित्री ने निराशा से भरे इस संसार में आशावादी दृष्टिकोण के साथ इन पंक्तियों में कहती हैं कि यह सबसे बुरा समय नहीं है। आज भी कोई घर पर किसी का इंतज़ार करता है और सूरज डूबने से पहले उसे घर बुलाता है। जब तक इस दुनिया में दादी-नानी की अन्तरिक्ष के पार से संदेश लानी वाली दिलचस्प कहानियाँ सुनाई जाती रहेंगी, तब तक ये दुनिया बसी रहेगी। इसलिए हमें उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए।
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यह सबसे कठिन समय नहीं (प्रश्न-उत्तर)
प्रश्न :- ‘यह कठिन समय नहीं नहीं है?’ यह बताने के लिए कविता में कौन-कौन से तर्क प्रस्तुत किए गए हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :- ‘यह कठिन समय नहीं नहीं है?’ यह बताने के लिए कविता में निम्नलिखित
तर्क प्रस्तुत किए गए हैं-
- चिड़िया चोंच में तिनका दबाकर उड़ने की तैयारी में है।
- लोग गिरे हुए पत्तों को सहजने की तैयारी में हैं।
- रेल लोगों को उनके परिजनों तक पहुँचा रही है।
- घर पर कोई किसी का इंतजार करते हुए उसे पुकार रहा है।
- नानी की कहानियाँ आज भी सुनाई जा रहीं हैं।
प्रश्न :- चिड़िया चोंच में तिनका दबाकर उड़ने की तैयारी में क्यों है? वह तिनकों का क्या करती होगी? लिखिए।
उत्तर :- चिड़िया चोंच में तिनका दबाकर उड़ने की तैयारी में इसलिए है ताकि वह अपने घोंसले में पहुँच सके। वह तिनकों से अपना घोंसला तैयार करती होगी।
प्रश्न :- कविता में कई बार ‘अभी भी’ का प्रयोग करके बातें रखी गई हैं, अभी भी का प्रयोग करते हुए तीन वाक्य बनाइए और देखिए उनमें लगातार, निरंतर, बिना रुके चलनेवाले किसी कार्य का भाव निकल रहा है या नहीं?
उत्तर :-
- अभी भी सूरज उसी तरह से निकलता है।
- अभी भी बापू काम पर जाते हैं।
- अभी भी माँ अपने बच्चों की राह देख रही है।
प्रश्न :- ‘नहीं’ और ‘अभी भी’ को एक साथ प्रयोग करके तीन वाक्य लिखिए और देखिए ‘नहीं’ ‘अभी भी’ के पीछे कौन-कौन से भाव छिपे हो सकते हैं?
उत्तर :-
- वह अभी भी स्कूल नहीं जा रहा है।
- शिवांशु अभी भी जलेबी नहीं खा रहा है।
- अभिनव अभी भी साइकिल नहीं चला रहा है।
कविता से आगे
प्रश्न :- घर के बड़े-बूढ़ों द्वारा बच्चों को सुनाई जानेवाली किसी ऐसी कथा की जानकारी प्राप्त कीजिए जिसके आखिरी हिस्से में कठिन परिस्थितियों से जीतने का संदेश हो।
उत्तर :- छात्र स्वयं करें।
प्रश्न :- आप जब भी घर से स्कूल जाते हैं कोई आपकी प्रतीक्षा कर रहा होता है। सूरज डूबने का समय भी आपको खेल के मैदान से घर लौट चलने की सूचना देता है कि घर में कोई आपकी प्रतीक्षा कर रहा है-प्रतीक्षा करनेवाले व्यक्ति के विषय में आप क्या सोचते हैं? अपने विचार लिखिए।
उत्तर :- छात्र स्वयं करें।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न :- अंतरिक्ष के पार की दुनिया से क्या सचमुच कोई बस आती है जिससे खतरों के बाद भी बचे हुए लोगों की खबर मिलती है? आपकी राय में यह झूठ है या सच? यदि झूठ है तो कविता में ऐसा क्यों लिखा गया? अनुमान लगाइए यदि सच लगता है तो किसी अंतरिक्ष संबंधी विज्ञान कथा के आधार पर कल्पना कीजिए कि वह बस कैसी होगी, वे बचे हुए लोग खतरों से क्यों घिर गए होंगे? इस संदर्भ को लेकर कोई कथा बना सकें तो बनाइए।
उत्तर :- छात्र स्वयं करें।
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