कक्षा 7 » रक्त और हमारा शरीर (लेख)

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रक्त और हमारा शरीर
(पाठ का सार)

‘यतीश अग्रवाल’ द्वारा लिखित इस लेख में लेखक ने रक्त और मानव शरीर के संबंध को व्यक्त किया है। अनिल अपनी छोटी बहन को डॉक्टर के पास लेकर जाता है, डॉक्टर उसे रक्त की जाँच के लिए कहती है। अनिल और उसकी बहन रक्त जाँच करवाने के लिए जिस कमरे में जाते हैं अनिल की जानकार दीदी डॉक्टर के रूप मे मिलती है। जाँच में अनिल की बहन ‘एनीमिया’ नामक बीमारी से पीड़ित मिलती है। अनिल घबरा जाता है। अनिल के पूछने पर डॉक्टर बताती है कि किस प्रकार शरीर में रक्त की कमी से शरीर में एनीमिया रोग हो जाता है। संतुलित भोजन करने से रक्त संबंधी बीमारी एनीमिया से बचा जा सकता है। धीरे-धीरे डॉक्टर दीदी रक्त के विभिन्न भागों और कार्यों के विषय में संक्षेप मे बताती हैं और शरीर में रक्त की उपयोगिता अनिल को समझाती है। अंत में डॉक्टर दीदी की बातों से प्रेरित होकर अनिल बड़ा होकर रक्त-दान करने की इच्छा जाहिर करता है तो दीदी उसे शाबाशी देती है।

रक्त और हमारा शरीर
(प्रश्न-अभ्यास)

पाठ से

प्रश्न :- रक्त के बहाव को रोकने के लिए क्या करना चाहिए?

उत्तर :- रक्त के बहाव को रोकने के लिए उस भाग पर कसकर पट्टी बांध देनी चाहिए, जिस भाग में घाव हुआ है। ऐसा करने रक्त बहना कम हो जाता है।

प्रश्न :- खून को ‘भानुमती का पिटारा’ क्यों कहा जाता है?

उत्तर :-  खून में पाए जाने वाले विभिन्न कणों और विशेषताओं के कारण खून को ‘भानुमती का पिटारा’ कहा जाता है।

प्रश्न :- एनीमिया से बचने के लिए हमें क्या-क्या खाना चाहिए?

उत्तर :- एनीमिया से बचने के लिए हमें प्रोटीन, लौहतत्त्व और विटामिन से युक्त संतुलित आहार लेना चाहिए। हरी सब्जी, फल, दूध, अंडा और गोश्त में ये तत्त्व उपयुक्त मात्र में होते हैं।

प्रश्न :- पेट में कीड़े क्यों हो जाते हैं? इनसे कैसे बचा जा सकता है?

उत्तर :- पेट में कीड़े प्रायः दूषित जल और खाद्य पदार्थों द्वारा हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं। अतः इनसे बचने के लिए यह आवश्यक है कि हम पूरी सफ़ाई से बनाए गए खाद्य पदार्थ ही ग्रहण करें। भोजन करने से पूर्व अच्छी तरह से हाथ धो लें और साफ़ पानी ही पिएँ।

एक किस्म के कीड़े भी हैं, जिनके अंडे जमीन की ऊपरी सतह में पाए जाते हैं। इन अंडों से उत्पन्न हुए लार्वे त्वचा के रास्ते शरीर में प्रवेश कर आँतों में अपना घर बना लेते हैं। इनसे बचने का सहज उपाय है कि शौच के लिए हम शौचालय का ही प्रयोग करें और इधर-उधर नंगे पैर न घूमें।

प्रश्न :- रक्त के सफ़ेद कणों को ‘वीर सिपाही’ क्यों कहा गया है?

उत्तर :- सफ़ेद कण वास्तव में हमारे शरीर के वीर सिपाही हैं। जब रोगाणु शरीर पर धावा बोलने की कोशिश करते हैं तो सफ़ेद कण उनसे डटकर मुकाबला करते हैं और जहाँ तक संभव हो पाता है रोगाणुओं को भीतर घर नहीं करने देते। वे बहुत से रोगों से हमारी रक्षा करते हैं।

प्रश्न :- ब्लड-बैंक में रक्तदान से क्या लाभ है?

उत्तर :- आपातस्थिति के लिए ही ब्लड-बैंक बनाए गए हैं। प्रायः हर बड़े अस्पताल में इस तरह के बैंक होते हैं, जहाँ, सभी प्रकार के रक्त-समूहों का रक्त तैयार रखा जाता है। कितु इन ब्लड-बैंकों में रक्त का भंडार सुरक्षित रहे, इसके लिए यह आवश्यक है कि हम समय-समय पर रक्तदान करते रहें।

प्रश्न :- साँस लेने पर शुद्ध वायु से जो ऑक्सीजन प्राप्त होती है, उसे शरीर के हर हिस्से में कौन पहुँचाता है-

सफ़ेद कण, लाल कण, साँस नली, फेफड़े

उत्तर :- लाल कण

पाठ से आगे

प्रश्न :- रक्त में हीमोग्लोबिन के लिए किस खनिज की आवश्यकता पड़ती है-

जस्ता, शीशा, लोहा, प्लैटिनम

उत्तर :- लोहा।

प्रश्न :- बिम्बाणु (प्लेटलैट कण) की कमी किस बीमारी में पाई जाती है-

टाइफ़ायड, मलेरिया, डेंगू , फ़ाइलेरिया

उत्तर :- डेंगू ।

भाषा की बात

प्रश्न :- (क) चार महीने के होते-होते ये नष्ट हो जाते हैं-

  • इस वाक्य को ध्यान से पढ़िए। इस वाक्य में ‘होते-होते’ के प्रयोग से यह बताया गया है कि चार महीने से पूर्व ही ये नष्ट हो जाते हैं। इस तरह के पाँच वाक्य बनाइए जिनमें इन शब्दों का प्रयोग हो- बनते-बनते, पहुँचते-पहुँचते, लेते-लेते, करते-करते।

उत्तर :-

  • बनते-बनते – उसका मकान बनते-बनते गिर गया।
  • पहुँचते-पहुँचते – मुझे घर पहुँचते-पहुँचते बहुत देर हो गई।
  • लेते-लेते – दुकान से सामान लेते-लेते अचानक एक मित्र मिल गया।
  • करते-करते – माँ घर का काम करते-करते थक गई।

(ख) इन प्रयोगों को पढ़िए-

  • सड़क के किनारे-किनारे पेड़ लगे हैं।
  • आज दूर-दूर तक वर्षा होगी।

इन वाक्यों में ‘होते-होते’ की तरह ‘किनारे-किनारे’ और ‘दूर-दूर’ शब्द दोहराए गए हैं। पर हर वाक्य में अर्थ भिन्न है। किनारे-किनारे का अर्थ है-किनारे से लगा हुआ और दूर-दूर का-बहुत दूर तक। आप भी निम्नलिखित शब्दों का प्रयोग करते हुए वाक्य बनाइए और उनके अर्थ लिखिए-

ठीक-ठीक, घड़ी-घड़ी, कहीं-कहीं, घर-घर, क्या-क्या

उत्तर :-

  • ठीक-ठीक :- समय का ठीक-ठीक पता न चला।
  • घड़ी-घड़ी :- रोहन का छोटा भाई घड़ी-घड़ी रोता रहता है।
  • कहीं-कहीं :- वहाँ कहीं-कहीं घर बने हुए हैं।
  • क्या-क्या :- पता नहीं इस जीवन में और क्या-क्या देखना बाकी है।

प्रश्न :- इस पाठ में दिए गए मुहावरों और कहावतों को पढ़िए और वाक्यों में प्रयोग कीजिए- भानुमती का पिटारा, दस्तक देना, धावा बोलना, घर करना, पीठ ठोकना। 

उत्तर :-

(क) भानुमती का पिटारा (अर्थ – एक ही स्थान पर अनगिनत वस्तुएँ होना)

वाक्य :- अभिनव के खिलौना का बक्सा तो भानुमती का पिटारा है।

(ख) दस्तक देना (अर्थ – खटखटाना)

वाक्य :- रात के एक बजे किसी ने दरवाजे पर दस्तक दी।

(ग) धावा बोलना (अर्थ – हमला करना)

वाक्य – युद्ध में सैनिकों ने एक-दूसरे की सेना पर धावा बोल दिया।

(घ) घर करना (अपना स्थान बनाना)

वाक्य – कमजोर शरीर में बीमारी जल्दी घर कर लेती है।

(ड़) पीठ ठोकना (अर्थ – शाबाशी देना)

वाक्य – सही उत्तर बताने पर अध्यापक ने छात्र की पीठ ठोकी। 

कुछ करने को

प्रश्न :- अपने परिवार के अट्ठारह वर्ष से पचास वर्ष तक की आयुवाले सभी स्वस्थ सदस्यों को रक्तदान के लिए प्रेरित कीजिए और समय आने पर स्वयं भी रक्तदान करने का संकल्प लीजिए।

उत्तर :- छात्र स्वयं करें।

प्रश्न :- शरीर-रचना का चित्र देखकर उसमें रक्त-संचार क्रिया को ठीक-ठीक समझिए।

उत्तर :- छात्र स्वयं करें।

प्रश्न :-नीचे दिए गए प्रश्नों के बारे में जानकारी एकत्र कीजिए-

(क) ब्लू बेबी क्या है?

उत्तर :- नवजात शिशु का हृदय कमज़ोर होने पर पर्याप्त रूप में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है। धीरे-धीरे उसका शरीर पीला होने लगता है। इसे ही ब्लू बेबी कहते हैं।

(ख) रक्त के जमाव की क्रिया में बिबाणु (प्लेटलैट) का कार्य क्या है?

उत्तर :- बिबाणुओं का काम है चोट लगने पर रक्त जमाव क्रिया में मदद करना। रक्त के तरल भाग प्लाज्मा में एक विशेष किस्म की प्रोटीन होती है जो रक्तवाहिका की कटी-फटी दीवार में मकड़ी के जाले के समान एक जाला बुन देती है। बिबाणु इस जाले से चिपक जाते हैं और इस तरह दीवार में आई दरार भर जाती है, जिससे रक्त बाहर निकलना बंद हो जाता है।

(ग) रक्तदान के लिए कम-से-कम कितनी उम्र होनी चाहिए?

उत्तर :- रक्तदान के लिए कम-से-कम अट्ठारह वर्ष उम्र होनी चाहिए।

(घ) कितने समय बाद दोबारा रक्तदान किया जा सकता है?

उत्तर :- छह महीने बाद दोबारा रक्तदान किया जा सकता है।

(ड़) क्या स्त्री का रक्त पुरुष को चढ़ाया जा सकता है?

उत्तर :- हाँ, स्त्री का रक्त पुरुष को चढ़ाया जा सकता है।

प्रश्न :- शरीर के किसी अंग में अचानक रक्त-संचार रुक जाने से क्या-क्या परिस्थितियाँ उत्पन्न हो सकती हैं?

उत्तर :- शरीर के किसी अंग में अचानक रक्त-संचार रुक जाने से मनुष्य का वह अंग सही रूप से काम करना बंद कर देता है। कई बार इतनी गंभीर समस्या पैदा हो जाती है कि जिस स्थान में रक्त संचार नहीं होता वहाँ के रुके हुए खून में जहर फैल जाता है और उस अंग को काटने तक की नौबत भी आ जाती है। हृदय में रक्त का संचार न होने से मृत्यु भी हो सकती है।

टेस्ट/क्विज

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